Wednesday, March 18, 2009

चुनावी हलचल

चुनाव आयोग ने 2009 लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र भारत सरकार को एक लाख अस्सी हजार इलैक्ट्रानिक वोटिंग मशीन को सही करने और 1980-90 की मॉडल वाली डेढ़ लाख ईवीएम मशीनों को बदलने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा है। चुनाव आयोग की तकनीकी समिति ने 1989-90 की पुरानी मॉडल मशीनों को हटाने का सुझाव दिया है। ताकि चुनाव परिणामों को जल्दी प्राप्त किया जा सके।इसके साथ ही संसदीय समिति ने भी चुनाव आयोग को मतदाता पहचान पत्र के लिए कुछ सुझाव दिए है।चुनाव आयोग ने मंत्रालय को ईवीएम मशीन के प्रयोग के लिए सुदूर गांवो में लोगों केा ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षित और जागरुक करने के लिऐ कहा है। जिन इलाकों में रेडियों व टीवी के साधनों की पहुंच नहीं है वहा पोस्टरेां द्वारा मतदाताओं को शिक्षित करने के हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए। 2004 के लोकसभा चुनावों में लोगों को प्रशिक्षित करने डी ए वी पी द्वारा एक काम्पेक्ट डिस्क का प्रयोग अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए किया गया था। इसी को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग आगे के सुधार कार्य करेगा। चुनाव आयोग ने 11 राज्य और केंद्र ‘ासित प्रदेश में मतदाता पहचान पत्र का कार्य समाप्त कर चुका है। संसदीय समिति ने उम्मीद जताई है कि चुनाव आयोग निर्धारित समय सीमा में बाकी के बचे हुए मतदाता पहचान का कार्य पूरा कर लेगा। इसके साथ ही समिति ने चुनाव आयोग को बिना किसी गलती के मतदाता पहचान पत्र बनाने का भी सुझाव दिया है। असम, जम्मू-कश्मीर और नागालैंड में वो अभी भी मतदाता पहचान पत्र तैयार नही किए गए है। समिति के अनुसार जिला पर मतदाता पहचान पत्र बनाने के लिए जिला स्तर पर एक स्थायी कार्यालय होना चाहिए। जिससे मतदाता आसानी से अपना पहचान पत्र बनवा सके।

1 comment:

alka mishra said...

chunaavon ki halchal ko shabdon se jeevant karnepar bdhaayee. Jadee bootiyon/blog ka anusaran karne par aabhaar/saadhuwaad.