Wednesday, March 18, 2009
पोखरा
नेपाल में हिमालय और महाभारत श्रृंखला के बीचो बीच स्थित है पोखरा घाटी। संसार की एक ऐसी अनोखी घाटी जहां से 8000 मीटर उंचे पर्वतों को देखा जा सकता है। संसार में कोई भी ऐसा स्थान नहीं हैं जहां से इतनी कम दूरी से अद्भूद नजारों का लुत्फ उठाया जा सके। यह घाटी पूरी तरह से नदियों और झीलों से भरी हुई है। पनोरमा और हिमालय की पर्वत श्रृख्ंाला को आप पास से जाकर देख और छू सकते है। एक प्रकार से साहसिक कार्यो का प्रवेश द्वार है। यदि आप नौकायान के ‘ाौकिन हैं तो यहां की पेहवा झील जो सेती नदी में गिरती है वहां आप नौकायान का आनन्द ले सकते है। पर्वतारोहियों के लिए पोखरा में अन्नापूर्णा टेªक है जो संसार की टेªकिंग रुट में से एक है। परन्तु इसके लिए आप किसी सरकारी ऐजेंसी से ही रजिस्टेªशन करवाए। मौरिस हरजोग 1950 में पहले मानव थे जो 8000 मि. की अन्नपूर्णा पर्वतश्रृंखला पर चढ़े थे। उत्साहियों और साहसिक कार्यो के ‘ाौकीनों के लिए माउॅटेन बाइकिंग की भी व्यवस्था है। एक तरफ जंगलों में, सांस्कृति समुदायों में वहीं दूसरी ओर बड़े-बड़े पहाड़ों के बीच नदियों से बचते हुए माउॅटेन बाइकिंग करना अपने आप में एक चुनौती है। यदि आप हवा में पतंग या चील की तरह गांवों नदियों और झीलों के उपर से उड़ना चाहते है तो उसके लिए पैराग्लाइडिंग की भी सुविधा है। सितंबर से लेकर फरवरी तक आप इसका आनन्द उठा सकते हैं इसके अलावा यहां सितंबर से जून तक अल्ट्रा लाइट एयरक्राफट भी है जो आपको पहाड़ों के उपर आसमानों तक की यात्रा कराएगे। ये तो थी रोमांच की बात यदि आप कुछ यादगार और आराम के पल बिताना चाहते हैं तो उसके लिए भी यहां पूरा-पूरा इंतजाम है। नीले पानी में अपने परिवार के साथ नाव में बैठकर आप तनाव से दूर कुछ आरामदायक और अद्भूद पल बिता सकते हैं। पोखरा की झीलों और नदियों में मछलियों की भरमार है जिससे यहां आने वाले सैलानी ‘ाौकिया तौर पर घंटों नदियों के किनारे मछली पकड़ना पसंद करते हैं। तनाव को कम करने के लिए ध्यान, योगा, आर्युवेद धूप स्नान का भी पूरा मजा लिया जा सकता है। प्रकृति ने पोखरा को अद्वितीय उपहार दिए है जिसमें से एक है यहां की तितलियां और पक्षी। अन्नपूर्णा म्यूजियम में रंग-बिरंगे 500 प्रजातियां और पक्षियों की 523 प्रजातियां देखने को मिलेगी। पोखरा को सात झीलों का बगीचा भी कहा जाता है। बेगनास, रुपा, दीपांग, माल्दी, खास्ते, नूरानी और गुनडे झीलें हैं जहां आपको घूमने के लिए कम दाम पर लकड़ी की नाव किराए पर मिल जाएगी। दवाई बनाने के काम आने वाले पौधे और चारों ओर फैला हरा भरा जंगल पूरे वातावरण को स्वच्छ और रंगबिरंगा बनाए रखता है। यहां पक्षियों के लिए अन्नपूर्णा म्यूजियम, पर्वतारोहियों के लिए अन्र्तराष्ट्रीय पर्वत म्यूजियम देखने योग्य है। बराही और पेहवा झीलो के बीचों-बीच जहां हिन्दुओं के लिए भद्रकाली मंदिर बना है वहीं बौद्धों के लिए भी बौद्धमठ बने हुए हैं। कुल मिलाकर पोखरा हर तरह के यात्रियों के लिए असाधारण पर्यटन स्थल है, पैराग्लाइडिंग, माउॅटेन बाइकिंग, रेफटलिंग जैसे रोमांचकारी कारनामे करने वालों की पहली पसंद है पोखरा।
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