पगार भी नही बढ़ा हैं और बीवी बच्चों को भी साथ नही रख सकतेबहुत महनत का कम करना पड़ता हैं इससे अच्छे तो हम कुली ही अच्छे थे ये शब्द हैं पुरानी दिल्ली रलवे स्टेशन के कुली से गैंगमैन बने राजस्थान के तुलसीराम का तुलसीराम का कसूर सिर्फ़ इतना था के वो १२वे पास हैं और पुरी तरह से इस पद के योग्य थे
वो कुली जो इसके लिए योग्य नही पाए गए थे शायद अपने आपको किस्मतवाला समझ रहे हैं ये लोग एक दिन में २००से ३०० रुपए कमा कर लेते यानि महीने के नो से दस हजार इनकी एक एक सीट का लाइसेंस की कीमत १से २ लाख के बीच होती हैं तो आखिर इन्हे गैंग मेंन बनने की क्या जरुरत
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