Wednesday, February 18, 2009

रेल बजट के बोझ के मारे बेचारे कुली से गंग्मन

पगार
भी नही बढ़ा हैं और बीवी बच्चों को भी साथ नही रख सकतेबहुत महनत का कम करना पड़ता हैं इससे अच्छे तो हम कुली ही अच्छे थे ये शब्द हैं पुरानी दिल्ली रलवे स्टेशन के कुली से गैंगमैन बने राजस्थान के तुलसीराम का तुलसीराम का कसूर सिर्फ़ इतना था के वो १२वे पास हैं और पुरी तरह से इस पद के योग्य थे
वो कुली जो इसके लिए योग्य नही पाए गए थे शायद अपने आपको किस्मतवाला समझ रहे हैं ये लोग एक दिन में २००से ३०० रुपए कमा कर लेते यानि महीने के नो से दस हजार इनकी एक एक सीट का लाइसेंस की कीमत १से २ लाख के बीच होती हैं तो आखिर इन्हे गैंग मेंन बनने की क्या जरुरत

Sunday, February 15, 2009

निकाह चाकू की नोक पर

तालिबान ने अपने पकड़ वाले इलाकों में एक नया फरमान जारी किया है की वहां के लोग अपनी बेटियों की शादियाँ आंतकवादियो से करें वरना गंभीर नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहे पाकिस्तान के नॉर्थ वेस्ट फ्रोंतिएर में में जबरन निकाह का अभियान चल रहा हैं मस्जिदों में भी एलान का दिया गया हैं आख़िर क्या वजह रही होंगी की विवाह जैसे नाजुक बन्धनों को तालिबानी तलवार की नोक पर पाना चाहते हैं मुस्लिम निकाह के अनुसार महिला पक्ष की रजामंदी एक अहम् मुद्दा होता हैंयदि कोई महिला निकाह के समय काजी के सामने निकाह काबुल नही करती तो निकाह को मुक्कमल नही माना जाता हैं यह तो उनकी इस्लामी कट्टरपंथी विचारधारा की धजियाँ उड़ने जैसा हैं क्योंकि एक और ये इस्लाम के लिए जिहादी लडाई लड़ रहे हैं वही शरियत को बनाये कानूनों को अनदेखा कर रहे हैं